Wednesday 2 May 2012





मुझे पता ही नहीं चला....


कब...तुम मेरी ज़िन्दगी में शामिल हो गए....
मुझे पता ही नहीं चला....

कब...तुम मेरी आदत में शुमार हो गए .....
मुझे पता ही नहीं चला....

कब...तुम्हारी आवाज़...मेरे कानो की ज़रूरत बन गई......
मुझे पता ही नहीं चला....

कब...तुम्हरी यादों की जेल में, मैं कैद हो गई.....
मुझे पता ही नहीं चला....

कब...मेरी रातो की नींद, तुम्हारी हो गई....
मुझे पता ही नहीं चला....

कब...तुमहरा इंतज़ार मेरी आंखों में बस गया....
मुझे पता ही नहीं चला....

कब...मैं दुनिया से दूर.............और तुम्हरे इतने करीब हो गई.....
सच.......!!!
मुझे पता ही नहीं चला.............!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!

1 comment:

  1. MUJE PATA HI NAHI CHALA KAB ME AAP KA FAN BAN GAYA
    ............LOVELY LINE
    SOME LINES FOR YOU.....

    Badi mushkil se sulaaya tha khud ko main ne aaj ...
    Apni aakon ko tare khuwaab ka lalach de ker

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