Monday 30 April 2012





तुम क्या हो...क्यों हो...???


तुम को देखता हूँ....और देख कर सोचता हूँ....
कि...तुम क्या हो ...क्यों हो ... ???

तुम ...शायद ..एक खवाब हो...जिसे सिर्फ बंद आँखों से देखा जा सकता है....
जो आँखे खुलते ही ओझल हो जाता है ...

हाँ....तुम मेरा खवाब हो... जिसे मैंने हमेशा देखा...महसूस किया...चाहा...
पर जब भी छूना चाहा....तुम ओझल हो गयी ...

तुम....शायद कोई परी हो ....खूबसूरत जादू ....हर खवाहिश को पूरा कर सकने वाली...
और उसके पूरा होते ही गायब.....

हाँ.... तुम मेरी परी हो ... ख़ूबसूरत....जादू...मेरी हर खवाहिश...कि हकीकत...
और... फिर गायब...जैसे कभी थी ही नहीं....

तुम मेरी...प्यास हो...
जो कभी बुझती ही नहीं...

तुम मेरी.... आँखों की नींद हो....
जो मुझ से कोसों दूर है...

तुम मेरी...सब कुछ बन गयी हो...
नहीं जानता...की तुम्हें पता भी है या नहीं....
बस....तुम को देखता हूँ....और देख कर सोचता हूँ....

मैं नहीं जानना चाहता...कि तुम क्या...क्यों हो...???
इतना जानता हूँ....कि तुम मेरी हो....सिर्फ....मेरी हो.... !!!!!!

Saturday 28 April 2012






पर न जाने क्यों....


इन आँखों मैं बंद है कुछ ख्वाब .......
अनदेखें ... अनजाने ... अजनबी....

चाहते है ये मेरी पलकों पे सजना ......
अभी तक बंद है ऑंखें और ख्वाब है गुम....
पर न जाने क्यों ... ये चाहते हैं इस दुनिया को देखना......
मेरी आँखों से....
.
बरसों तक छुपाये रखा इन्हे......
दिल मैं बसाये रखा ......
पर न जाने क्यों ... अब ये होने चाहते है नुमाया....
मेरी बातों से....

ये हैं वो अनमोल मोती.....
जो बंद रहे मेरे दिल की सीप मैं.....
पर न जाने क्यों ... अब ये हार होना चाहते हैं ........
मेरे जिस्म से........

आंखें अभी भी बंद है......
ख्वाब पल रहें हैं......
.
पर न जाने क्यों ...

नहीं जानती....
आंखें खोल के .... इनके बंधे पर खोल दूँ..
उड़ जाने दूँ .. इन्हे ... जिन्हें सारी उमर संभाले रखा....!!!





चलो....
तुम को ले कर चलूँ.....
कुछ ऐसी फिजाओं में ...

जहाँ .....
ख्वाबों की धुंध मैं...
चाँदनी की चमक घुली हो...

जहाँ....
हवाओं मैं बसी हो....
चंदन की महक.....

जहाँ .....
हर तमन्ना कहे...
बस एक बार और मचल जाने को....

जहाँ....
दिल चाहें सब कुछ ....
वार देने को.....

जहाँ लम्हे थक जायें......
सदियों के लिए....

जहाँ.....
कोई बस जायें ......
आँखों मैं चमक बन के......

चलो....
तुमको ले कर चलूँ .....