तुम बहुत...प्यारी लगती हो....
तुम बहुत...प्यारी लगती हो, दिल कहता है की...प्यार करूँ ,
फिर... सोच के खफा होना तेरा... .लगता है....की कुछ अभी ठहरूं....
अगर तुम यूहीं मुझे उकसाती रहीं, सब्र मेरा आजमाती रहीं....
तो...ये बांध तो.. टूट ही जायेगा, सब कुछ बहा ले जायेगा......
तो...ये बांध तो.. टूट ही जायेगा, सब कुछ बहा ले जायेगा......
कभी सोचा ना था, तुम यूँ मुझको...एक दिन यूही... मिल जाओगी,
ज़हे - नसीब जो मिली तुम, चाहे ...पल भर को... मिली तुम...
अब...पूछ के ना ... बेक़रार करो, जो देना हो... बस ...साझा करो
ज़हे - नसीब जो मिली तुम, चाहे ...पल भर को... मिली तुम...
अब...पूछ के ना ... बेक़रार करो, जो देना हो... बस ...साझा करो
वैसे... कभी सोचा...की कब तक साथ रहेंगे ?
आग के इन शोलों से..... कब तक...हम अछूते...रहेंगे...??
आग के इन शोलों से..... कब तक...हम अछूते...रहेंगे...??
अगर तुम यूहीं मुझे उकसाती रहीं,
और...सब्र मेरा आजमाती रहीं....
तो....ये बांध.. टूट ही जायेगा, सब कुछ बहा ले जायेगा...!!!
Dr Udita Tyagi
और...सब्र मेरा आजमाती रहीं....
तो....ये बांध.. टूट ही जायेगा, सब कुछ बहा ले जायेगा...!!!
Dr Udita Tyagi
bahut khoob
ReplyDeletebahut khoob ,aisa lag raha hai ki mai kuchh khud kah raha hun is kavita me
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