Sunday 1 July 2012




ये प्यार कभी यूँ... भी कम होगा...???

मिलने की ख़ुशी होगी न बिछड़ने का गम होगा....
ये प्यार कभी यूँ... भी कम होगा...???

तेरे हमसफ़र थे...यही काफी था ...
मंजिल तक न पहुचे, तो कोई गम न होगा...

ज़िन्दगी के तमाम...रंजो गम....एक तरफ...
तेरा गम न हो, तो... कोई गम न होगा...

तेरी ख्वाहिश...मुझ से जुदा रहने की...
इस गम से बढ़ के कोई...गम न होगा...

क्यों तुझे पाया...और क्यों खो दिया...मुश्किल सवाल है...
जवाब भी...कुछ कम न होगा...!!!!

Dr Udeeta Tyagi


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